Tuesday, August 22, 2023

सफेद बालो का उखाड़ना

(  सफेद बालो का उखाड़ना  ) 

सफेद बालों का चूनना मकरूह है. है हजरत अम्र बिन सुर्यब ने अपने वालिद से और उन्हों अपने दादा से रिवायत की है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने सफेद बाल उखाड़ने (चुनने) से मना फरमाया है और फरमाया सफेदी इस्लाम का नूर है, एक और हदीस में आया है कि हुजूर गरामी ने इरशाद फरमायाः सफेद बालों को न निकालो (उखाड़ो) क्यों कि जिस मुसलमान को बहालते इस्लाम लिबासे पीरी पहनाया गया कियामत के दिन (बालों की सफेदी उसके लिए नूर होगी। यहया की रिवायत में आया है कि अल्लाह तआला उसके हर बाल के एवज एक नेकी लिखेगा और एक गुनाह साकित कर देगा बाज तफसीरों में अल्लाह तआला के इस फरमान को व जा अकुम अन्नजीर इसी बात की ताईद में पेश किया गिया है और कहा है कि नजीर से मुराद शैब यानी बुढ़ापा है। सफेद बाल मोत से डराते हैं, मौत की याद दिलाते है,ख्वाहिशाते नपसानी और दुनिया की लज्जतों से रोकते है, आखिरत की तैयारी और दारेबका की सामान फराहम करने पर तैयार करते है। फिर किस तरह ऐसी चीज का दूर करना जायज हो सकता है? सफेद चुनने वाला तकदीर से मुकाबला करना चाहता है, अल्लाह के कामों में दखल दे कर उसकी ना खुशी हासिल करता है, जवानी की ताजगी और नौ उमरी को हमेशा की ताज़गी और बुजुर्गी पर तरजीह देना चाहता है। बुजुर्गी, बुर्दबारी और इस्लाम के नूरानी लिबास और इब्राहीमी शिआरे जिस्मानी से नफरत करता है। *बाज कुतुब में मंकूल है कि सबसे पहले हालते इस्लाम में सफेद बाल हजरत इब्राहीम के हुए थे* आका हजरत सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की हदीस है: अल्लाह
तआला बूढ़े आदमी से शर्म करता है यानी उसे अजाब देने में हया फरमाता है।
*(गुनियतुतालिबीन पेज नम्बर 95)*💓
🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴

No comments:

Post a Comment

tell me your islamic-related information you want .I am try give you