Monday, April 8, 2024

Duaa 2024

रब्बाना आतीना फिद दुन्या हसनतहु व फिल आख़िरती हसनतहु 
वकीना आज़बान नार....
वकीना अज़ाबुल क़ब्र
वकीना अज़ाबुल हशर 
वकीना अज़ाबुल फ़क़र
वकीना अज़ाबुल मीज़ान
वकीना अज़ाबुल कर्ज़
वकीना अज़ाबुल मर्ज़
वकीना अज़ाबुल आफ़त
वकीना अज़ाबुल सकरात 
वकीना अज़ाबुल मौत
वकीना अज़ाबुल फितनातुल मसीहिद दज्जाल
वकीना अजाबन नार.... (आमीन)
कइस दुआ को इतना फैलाएं के सारी उम्मत की मगफिरत होजाये....
ये बहुत किमती दुआ है सबको बताओ, सिर्फ अपने पास मत रखना...
ये दुआ बहुत प्यारी है, इसको सुकून से पढ़ो और दिल में अमीन कहो और इस मैसेज को आगे फॉरवर्ड करो, हो सकता है कि दूसरे लोगो की आमीन से अपनी दुआ कबूल हो जाए (आमीन) 
⚡ ऐ अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त,
💧ऐ सारी कायनात के शहंशाह,
💧ऐ सारी मख़लूक के पालने वाले,
💧ऐ जिंदगी और मौत का फैसला करने वाले,
💧ऐ आसमानो और ज़मीन के मालिक,
💧ऐ पहाड़ और समंदर के मालिक
💧ऐ इंसान और जिन्नातों के माबूद,
💧ऐ अर्श-ए-आज़म के मालिक,
💧ऐ फ़रिश्तों के माबूद,
💧ऐ इज्जत और ज़िल्लत के मालिक,
💧ऐ बिमारियों से शिफ़ा देने वाले,
💧ऐ बादशाहों के बादशाह.
💧ए अल्लाह हम तेरे गुनाहगार बंदे हैं,
💧तेरे ख़तकार बंदे हैं,
💧हमारे गुनाहों को माफ फरमा👏,
💧हमारी खतों को माफ फरमा👏।
💧ए अल्लाह हम अपने अगले पिछले, सगीरा
    कबीरा, छोटे बड़े सभी गुनाहों
💧और खताओ की और ना-फ़रमानियों की माफ़ी माँगते हैं👏
💧ऐ अल्लाह रब्बुल इज्जत हम अपने गुनाहों से तौबा करते हैं
हमारी तौबा कुबूल  कर ले...👏
💧ऐ अल्लाह हम गुनहगार हैं,
💧सियाकार हैं, 💧 बतकार हैं,
💧तेरे हुक्मो के
ना-फरमान हैं,
💧ना-शुक्र हैं लेकिन मेरे मबूद तेरे नाम लेवा बंदे
हैं तेरी तौहीद की गवाही देते हैं।
💧तेरे सिवा कोई इबादत के लायक नहीं है।
💧तेरे सिवा कोई बंदगी के लायक नहीं है।
💧तेरे सिवा कोई तारीफ के लायक नहीं है।
💧हमारे  माबूद हमारे गुनाह तेरी रहमत से बड़े नहीं हैं।
💧तू अपनी रहमत से हमें माफ़ करदे👏
💧ऐ अल्लाह पाक आप हमें  गुमराही कर ने 
के रास्ते से हटा कर सिरातल मुस्तकीम
के रास्ते पे चलने वाला बना दे
💧ए अल्लाह ऐसी नमाज पढ़ने की तौफीक अता कर ज जिस नमाज से तू राजी हो जाए,
💧ज़िन्दगी में ऐसे नेक अमल करने की तौफीक अता
कर जिन अमलों से तू राजी हो जाए।
💧हमें ऐसी जिंदगी गुजारने की तौफीक अता कर जिस जिंदगी से तू राजी हो जाए।
💧ईमान पे ज़िंदा रख और ईमान पे ही मौत अता कर..
💧ऐ अल्लाह हमें तेरे हुक्मों की फ़रमाबरदारी करने वाला बना..

💧और तेरे प्यारे हबीब जनाबे
मोहम्मद रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम
ता'आला अलैहि वसल्लम) के नेक और पाकीज़ा तरीक़ों को अपनी जिंदगी में लाने वाला बाना.
💧ऐ अल्लाह हमारी
परेशानियों को दूर करदे,
💧ए अल्लाह जो
बीमार हैं उनको शिफ़ा अता फरमा,
💧ऐ अल्लाह जो कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं उनका कर्ज जल्दी से जल्दी अदा करवा दे, 
💧ऐ अल्लाह शैतान से हमारी हिफ़ाज़त फरमा,
💧ऐ अल्लाह इस्लाम के दुश्मनों का मुँह
काला कर,
💧ए अल्लाह हलाल रिज़क कमाने की तौफीक अता फरमा,
💧ऐ परवरदिगार-ए-आलम हमें माँगना नहीं आता लेकिन तुझे देना आता है तू हर चीज़   पे कादिर है..
💧ऐ अल्लाह जो मांगा वो बी अता फरमा जो मांगे से रह गया वो बी इनायत फरमा...
💧हमारी दुआ अपने रहम से अपने करम
से कुबूल फरमा... और जिसने ये दुआ भेजी है या जो भी  इसे आगे बढ़ा रहा है उसकी सारी परेशानियो तकलीफ़ो और बिमारियोंको दूर फरमा इनकी सेहत  में तंदुरस्ती अता कर
या अल्लाह मुझे और मारे आने वाली ता कयामत तक आल को सिवाए आप के किसका मोहताज न रखना...
आमीन आमीन या रब्बुल आलमीन🤲❤️
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमारे गुनाहों को माफ़ फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमें कामिल ईमान नसीब फ़रमा और पूरी हिदायत फ़रमा 

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* मरते वक्त हमारी जबान पर कलमा-ए-तैयबा जारी फरमा 

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमें तेरी नेअमत का शूकर अदा करने कि तौफीक अता फरमा 
🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमारे दिलों को इकलास के साथ दीन की तरफ फेर दे

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* अपना खास रहमत नाज़िल फ़रमा और अपने क़हर व अज़ाब से बचा 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* झूठ, ग़ीबत, कीना बोग़ज़, तकब्बुर, बुरई और झगड़े से हमारी हिफ़ाज़त फ़रमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमारे सग़ीरा व कबीरा गुनहौं को माफ़ फ़रमा
 *🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* एक लम्हे के लिए भी हमने दुनिया के हवाले ना फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* तंगदस्ती, ख़ौफ़, घबराहट और क़र्ज़ के बोझ को दूर फ़रमा 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हश्र की रुसवाई से हमारे वालिदैन और पूरी उम्मत-ए-मोहम्मदिया हिफ़ाज़त फ़रमा
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ*  पुलसिरात   के रास्ते से बिजली की तरह  गुजार दे 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* बिना हिसाब ओ किताब जन्नतुल फिरदौस में हमें जगाह अता फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* नाम-ए-आमाल हमारे दायें हाथ में अता फरमा 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* अपने अर्श के साये में जगा नसीब फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हज-ए-बैतुल्लाह मकबूल व मबरूर नसीब फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* मुनकिर व नकीर के सवालात हम पर आसन फरमा 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हलाल रोज़ी अता फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* कयामत के रोज़ अपना दीदार अता फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमें तेरे बंदों का मोहताज न बना 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* छोटी बड़ी बीमारी से हमारी और उम्मत-ए-मोहम्मदिया के हिफ़ाज़त फरमा 

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* तक्वा और परहेजगारी नसीब फरमा
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* आपﷺ के प्यारे तरीके हम को सिखा दे और आप ﷺ के सुन्नत पर चलने के तौफीक दे

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* कयामत के दिन हुजूरﷺ की शिफाअत नसीब फरमा 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* कयामत के दिन हुजूर ﷺ के मुबारक हाथो  से जाम-ए-कौसर पीना नसीब फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमारे दिलों में अपनी और हुजूरﷺ के मुहब्बत नसीब फरमा  
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमें सच्ची पक्की तौबा करने की तौफीक अता फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमें गुनाहों से नफ़रत देदे, 
या-अल्लाह, जाने अंजाने में हमसे जो गलतियां हुई उन्हें माफ फरमा, या-अल्लाह हम जो गलतियों की तौबा करना भूल गए आप उन गलतियों को भी माफ फरमा
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* तमाम मरहूमिन को जन्नततूल फिरदौस अता फरमा, दोजख के अजाब से , कब्र के अज़ाब से और जहन्नुम के आग से बच्चा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमें नेक बना (आमीन) 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमारे बच्चों को   नेक तौफीक और नेक हिदायत अदा फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमारे बच्चों की जिंदगी आसान करदे 
*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमारे बच्चों के इम्तेहान में कामयाबी अता फरमा

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* हमें अपनी मां बाप की तरफ प्यार और सब्र से पेश आने की तौफीक अता फरमा 

*🤲🏻ऐ अल्लाहﷻ* तमाम उम्मते मुस्लिमा की जायज दुआएं कुबूल फरमा
ऐ अल्लाहﷻ हमारी दुआओं को अपने फजल ओ करम से अपने रहमो करम से कबूल फरमा 
या अल्लाह मुझ पर और तमाम उम्मत पर रहम फरमा
आमीन🤲

या अल्लाह मुझे और तमाम उम्मत को 
*बेरोज़गारी से*
*तंगदस्ती से*
*दुश्मनो से*
*बुरी नज़र से*
*आज़माइश से*
*घर की परेशानियों से*
*रिज़्क की कमी से*
*हराम की कमाई से*
*रुसवाई से*
*क़र्ज़ से*
*मर्ज़ से*
*कुफ्र से*
*जहन्नम से*
*हिसाब से*
*औलाद के दुख से*
*तेरी नफ़रमानी से*
*वालिदैन की नफ़रमानी से*
*तेरी नाराज़गी से*
*तेरे और तेरे प्यारे हबीब*
(सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) के नापसंद कामो से बचा

आमीन 🤲🤲 या रब्बुल आलमीन 🤲
हमारे वालिदेन की
हर परेशानी को दूर फरमा
उनकी सभी जायज तमननाओ और 
ख्वाहिशात को पूरा फरमा,,
.
 ऐ अल्लाह
 ऐ अल्लाह
मेरे घरवालों की
मेरे दोस्तों की
मेरे रिश्तेदारों की
मेरे मोहल्ले वालो की
मेरे शहर वालो की
मेरे मुल्क वालो की
.
ऐ अल्लाह सारे आलम की हिफ़ाज़त फ़रमा है,
ऐ मालिक बुराई से बचा और अच्छी आदतों  से जोड़ दे,,
 ऐ अल्लाह अचानक की
हदीसत से हम सबकी हिफाजत फरमा,
ऐ अल्लाह बुरी मौत से
हम सबकी हिफ़ाज़त फरमा,
जल कर मरने से, काट कर मरने से
डूब कर मरने से हम सबकी हिफ़ाज़त फरमा, , 
ऐ अल्लाह जिस मौत में कफ़न दफ़न न हो
ऐसी मौत से हम सबकी हिफ़ाज़त फरमा,,
ऐ अल्लाह कलमे वली मौत नसीब फरमा
सजादे वली मौत नसीब फरमा,, 
ऐ अल्लाह जिन जिन लोगो ने
मुझसे दुवाओं के लिए कहा
और जिन जिन लोगो के ऊपर मेरा हक है
उनकी सभी जायज जरूरत को पूरा फरमा
रब्बाना आतीना फिद दुन्या हसनतहु व फिल आख़िरती हसनतहु 
वकीना आज़बान नार....
वकीना अज़ाबुल क़ब्र
वकीना अज़ाबुल हशर 
वकीना अज़ाबुल फ़क़र
वकीना अज़ाबुल मीज़ान
वकीना अज़ाबुल कर्ज़
वकीना अज़ाबुल मर्ज़
वकीना अज़ाबुल आफ़त
वकीना अज़ाबुल सकरात 
वकीना अज़ाबुल मौत
वकीना अज़ाबुल फितनातुल मसीहिद दज्जाल
वकीना अजाबन नार.... (आमीन)
*या भेजने वाले की सारी जायज़ दुआ कबूल हो...* *(आमीन)*

ऐ अल्लाह जिसने
ये दुवा लिखी जिसने ये दुवा पढ़ी
और जिसने इसे आगे बढ़ाया उनकी
जिंदगी की सारी परेशानियों को दूर फरमा,,
 उनको ख़ुशी की दौलत से मालामाल फरमा, ,

आमीन सुम्मा  आमीन!!

या अल्लाह दुआ है हमारे पास पहुंचाने वालो की सारी परेशानी दूर कर आमीन
या अल्लाह मेरी ये दुआ तमाम उम्मत के हक में कबूल फरमा।
आमीन आमीन
*इस दुआ को इतना फैलाएं के सारी उम्मत की* *मग़फिरत होजाये 
*ये बहुत दुआ है*

🌹🌹

Wednesday, January 24, 2024

HAZARAT SAIYAD MASTAN ZULFIKAR ALI Rahmatullahi Alayhi - Ursh Mubark - Date 28/03/2019 Thursday







HAZARAT SAIYAD MASTAN ZULFIKARALI (Rahmatullahi Alayhi )

Date Of Ursh Mubark -  28/03/2019 Thursday 

Time Of Sandal Sharif :  10:15 AM