Saturday, October 30, 2021

दरूद पाक का विर्द अपना मामूल बना ले

रसूलुल्लाह ﷺ का हर उम्मती यह तहरीर ज़रूर ज़रूर पढ़ें 

*अगर आप अपने दिमाग को रौशन करना चाहते हैं और रूहानियत की दुनिया में परवाज़ करना चाहते हैं तो एक एक लफ़्ज़ गौर से पढ़ें*

* अल्लामा इक़बाल रहमतुल्लाह अलैह से किसी ने पूछा कि आप ना ही किसी मदरसे में पढ़ें ना दर्से निज़ामी की तो आपको अल्लामा क्यों कहा जाता है ?*

* अल्लामा इक़बाल रहमतुल्लाह अलैह ने फरमाया कि वाक़ई मैं ने कोई आलिम फाजिल का कोर्स नहीं किया लेकिन बात अस्ल में कुछ और है फरमाने लगे की दुनिया की मुझे यह इज़्ज़त देना और मेरे कलाम में यह असर और मेरे क़्लब व रुह कि यह ताज़गी यह सब रसूलुल्लाह ﷺ से वालिहाना मोहब्बत की बदौलत है और यह सब तब मुमकिन हुई जब मैं ने रसूल ﷺ पर दुरूद ए पाक पढ़ना शुरू किया फरमाया कि दरूदे पाक का यह वीर्द बढ़ता गया और मैं इस तादाद को महसूस करता गया लाख दो लाख और ऐसे ही जों जों आगे बढ़ता गया अल्लाह मेरे दिमाग़ को मेरे दिल को मेरी रूह को रौशन करता रहा और जब मैंने रसूल ﷺ की जाते गिरामी पर एक करोड़ दरूद पाक मुकम्मल किया तो अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने मेरा अंग-अंग रौशन कर दिया लोगों के दिलों में मेरी इज़्ज़त बैठ गई मेरे कलाम में ऐसा असर हुआ कि अल्लाह अल्लाह जब कलाम लिखने बैठता अल्फाज़ बारिश की तरह उतरते उसके बाद अल्लामा साहब दरूदे पाक तवातीर से पढ़ते रहे*

* मेरे एक अज़ीज़ हैं जो एयर फोर्स में मुलाज़िमत कर रहे थे वहां उनकी मुलाक़ात हुई जिन से यह राज़ उनको मालूम हुआ और उन्होंने खुद मुझे बताया कि मेरी जिंदगी पहले की बहुत अजीब थी लेकिन जब मैं ने मुसम्मम इरादा किया और मोहब्बत से दरूदे पाक का विर्द शुरू किया और जब पहली दफा एक लाख दरूदे पाक गिन के पूरा किया तो एक ख्वाब देखता हूं कि मैं कहीं सफर हूं और मेरे सामने एक निहायत गलीज़ नाला है और उस नाले के पास बहुत सुहानी सर सब्ज़ और जन्नत जैसी दुनिया है खैर मैं ने जैसे तैसे कर के बहुत मुश्किल से वह नाला पार किया और उस पार पहुंच गया जब मैंने पीछे देखा तो वही नाला जिसमें गिलाज़त थीं वह निहायत साफ शिफाफ नहर में तब्दील हो चुका है हत्ता की उस बहते पानी के नीचे रंग बिरंग के पत्थर तक नज़र आ रहे हैं और जिसे देख कर रुह खुश हो जाए और मेरे कपड़े निहायत साफ-सुथरे उजले और सफेद हो चुके हैं और मेरा ज़ाहिरी हुस्न भी बढ़ चुका है अल्हम्दु लिल्लाह मुझे ख्वाब ही में बताया गया कि यह नाला में बहता पानी तुम्हारे आमाल है जो पहले गलीज़ थे और अब दरूदे पाक की बदौलत उनकी सफाई हो चुकी है अब यह सारे नेकियों में तब्दील हो चुके हैं*

 यक़ीनन जानिए वह दिन और आज का दिन वह बंदा कब से सर्विस से रिटायर हो चुका है आज भी उनका दरूदे पाक का विर्द जारी व सारी है और बहुत से जवान लड़कों को दरूदे पाक के विर्द की लज़्ज़त से रुशनास करा चुके हैं और आज उस बंदा की रूहानी कैफियत मा शा अल्लाह कमाल की है और उस बंदे के दिलों दिमाग और रूह उस पाक विर्द यानी रसूल ﷺ पे दरूद पाक की बदौलत रौशन है !!
तो दोस्तों आज ही से पुख्ता इरादा करें की इन शा अल्लाह इन शा अल्लाह 
*मैं ने रसूल ﷺ की ज़ाते मुक़द्दस पर एक करोड़ मर्तबा मोहब्बत व शौक़ से दरूद पाक ज़रूर पढ़ना है*

* यक़ीन माने जैसे-जैसे आप रसूल ﷺ पर दरूद पाक पढ़ते जाएंगे आप भी बहुत सारे इन्कशाफात होते जाएंगे और दिलों दिमाग व रूह के ऐसे दरीचे खुलेंगे की आप शशदर (हक्का-बक्का) रह जाएंगे, रोज़ना की बुनियाद पे दरूद पाक का विर्द अपना मामूल बना ले*

* अल्लाह हम सबको आक़ा व मौला रसूलुल्लाह ﷺ दुरूद पाक पढ़ने की सआदत नसीब फरमाए आमीन इस पर खुद भी अमल करें और अपने घर वालों को भी आगाह करें,*

*👉🏻 मेहरबानी करके आगे सेंड करते जाएं जितने लोग दूरूद पाक पढ़ेंगे आपको भी सवाब मिलता रहेगा *

Wednesday, October 20, 2021

મીલાદ મુસ્તફાﷺ ‏

આલા હઝરત ઇમામે એહલે સુન્નત મુજદ્દીદે દીનો મિલ્લત આશીકે રસુલ ﷺ *ઇમામ અહમદ રઝા* કે કલમ સે નાતીયા અંદાજ મે મીલાદ મુસ્તફાﷺ .

🌹 *મીલાદ મુબારક* 🌹 

જીસ સુહાની ઘડી ચમકા તૈયબા ચાંદ 
ઉસ દિલ અફરોઝ સાઅત પે લાખો સલામ.

🌹 *સર મુબારક* 🌹 

જીસકે આગે સરે સરવરાં ખમ રહે 
ઉસ સરે તાજે રિફઅત ૫ે લાખો સલામ

🌹 *સર કી માંગ મુબારક* 🌹 

લૈલતુલ કદર મે મતલઇલ ફજર હક્ક 
માંગ કી ઇસ્તેકામત પે લાખો સલામ

🌹 *પેશાની મુબારક* 🌹 

જીસકે માથે શફાઅત કા સેહરા રહા 
ઉસ જબીને સઆદત પે લાખો સલામ

🌹  *ભંવેં મુબારક* 🌹 

જીસકે સજદે કો મેહરાબે કાબા ઝુકી 
ઉન ભંવો કી લતાફત પે લાખો સલામ

🌹 *મુંહ મુબારક* 🌹 

ચાંદ સે મુંહ પે તાબાં દરખશાં દુરૂદ 
નમક આગેં સફાહત પે લાખો સલામ

🌹 *આંખે મુબારક* 🌹 

જીસ તરફ ઉઠ ગઇ દમ મે દમ આ ગયા 
ઉસ નિગાહે ઇનાયત પે લાખો સલામ 
★ કિસ કો દેખા યે મુસા સે પુછે કોઇ 
આંખ વાલોં કી હિમ્મત પે લાખો સલામ

🌹 *નાક મુબારક* 🌹 

નીચી નજરોં કી શરમો હયા પે દુરૂદ 
ઉંચી બીની કી રિફઅત પે લાખો સલામ

🌹 *કાન મુબારક* 🌹 

દુરો નઝદીક કે સુનનેવાલે વો કાન 
કાને લઅલે કરામત પે લાખો સલામ 

🌹 *ઝુબાન મુબારક* 🌹 

વો ઝબાં જીસકો સબ કુન કી કુંન્જી કહેં 
ઉસકી નાફીઝ હુકુમત પે લાખો સલામ

🌹 *હોંટ મુબારક* 🌹 

પતલી પતલી ગુલે કુદસ કી પત્તીયાં  
ઉન લબોં કી નઝાકત પે લાખો સલામ 

🌹 *મુસ્કુરાહત મુબારક* 🌹

જીસકી તસકીં સે રોતે હુએ હંસ પડે 
ઉસ તબસ્સુમ કી આદત પે લાખો સલામ

🌹 *રંગ મુબારક* 🌹 

જીસ સે તારીક દિલ જગમગાને લગે 
ઉસ ચમકવાલી રંગત પે લાખો સલામ 

🌹 *હાથ મુબારક* 🌹

હાથ જીસ સિમ્ત ઉઠા ગની કર દિયા
મૌજે બહરે સમાહત પે લાખો સલામ 

🌹 *ઉંગલીયા મુબારક* 🌹 

નુર કે ચશ્મે લહરાએ દરીયા બહેં 
ઉંગલીયોં કી કરામત પે લાખો સલામ.

*મુસ્તફા જાને રહમત પે લાખો સલામ* 
*શમ્એ બઝમે હિદાયત પે લાખો સલામ* 

      દુઆ કી ગુઝારીશ 

*હાફેઝ ઇલ્યાસ રઝવી - જંબુસર*

Tuesday, October 5, 2021

इमामे अली मक़ाम हज़रत इमामे हसन रज़ियल्लाहु अ़न्हु


28 सफ़र उल मुज़फ़्फ़र
यौम ए शहादत
ख़लीफ़ा-ए-राशिद, अमीरूल मोमनीन, नवासा-ए-रसूल, शहज़ादा-ए-हैदरो बतूल, इमाम उल मुस्लमीन, सरदारे शबाबुल अहलुल जन्नाह, सय्यदुल क़ौमी अहलुल जन्नाह, इमामे आली मक़ाम हम शबीहे मुस्तफ़ा, जिगर पारा ए मुर्तज़ा, कुर्रतुल ऐने बतूल सिब्ते रसूल, फ़ख़्रे आइम्मा ए अहलेबैत, वारिसे उलूमे अहलेबैत, मोहसिने आज़म, बिरादरे इमामे हुसैन #हज़रत_इमाम_हसन_इब्न_अली_रदियल्लाहु_तआला_अन्हु