Saturday, August 21, 2021

बहोत प्यारी दुआ

आज  ये बहोत प्यारी दुआ जरूर मांगे 

ये दुआ बहोत प्यारी हैं इसे सुकून से पढ़े और दिल में आमीन कहें औऱ इसे दूसरों तक  पहुँचाए, हों सकता हैं दूसरे लोगोँ की आमीन से अपनी दुआ कुबूल हो जाए (आमीन)😰😰
⚡अय अल्लाह रब्बूल इज्ज़त 
💧अय सारी क़ायनात के शहंशाह 
💧अय सारी मखलूक के पालने वाले 
💧 अय मौत का फ़ैसला करने वाले 
💧 अय आसमानों औऱ जमीनों के मालिक 
💧अय पहाड़ों औऱ समुद्रों के मालिक 
💧अय इंसानो औऱ जिन्नातो के महमूद 
💧अय अर्श आजम के मालिक 
💧अय फरिश्तों के मालिक 
💧अय इज्जत औऱ ज़िल्लत के मालिक 
💧 अय बीमारों को शीफा देने वाले 
💧अय बादशाहों के बादशाह 
💧अय अल्लाह हम तेरे गुनाहगार हैं 
💧तेरे खताकार बंदे हैं 
💦 हमारे गुनाहों को माफ़ फर्मा 🤲🏻🤲🏻
💦हमारे खताओं को माफ़ फर्मा 🤲🏻
💦अय अल्लाह हम अपने अगले पिछले सकीरा कबीरा सभी गुनाहों, ख़ताओं औऱ  नाफरमानियों की माफ़ी मांगते हैं 🤲🏻🤲🏻
💦अय अल्लाह रब्बूल इज्ज़त हम अपने गुनाहों से तौबा करते हैं हमारी तौबा कुबूल फर्मा 
💦अय अल्लाह हम गुनाहगार है,बदकार है ,तेरे अहकाम के नाफरमान हैं,ना शुक्रे हैं लेकिन तेरी तौहीद की गवाही देते हैं.
💦तेरे सिवा कोई इबादत के लायक नहीं हैं 
💦 तेरे सिवा कोई बंदगी के लायक नहीं हैं 
💦तेरे सिवा कोई तारीफ़ के लायक नहीं हैं 
💦हमारे माबूद हमारे गुनाह तेरी रहमत से बड़े नहीं हैं 
💦तू अपनी रहमत से हमारे गुनाह माफ़ कर दे 🤲🏻🤲🏻
💦अय अल्लाह पाक हमे गुमराही के रास्ते से हटा कर सिरातुम  मुस्तकिम के रास्ते पर चलने वाला बना दे 
💦अय अल्लाह ऐसी नमाज़ पढ़ने की तौफिक अता कर जिस नमाज़ से तू राजी हों जाये 
💦 जिंदगी में ऐसे नेक आमाल करने की तौफिक अता कर जिन आमालों से तू राज़ी हों जाए 
💦ईमान पे जिंदा रख और इमान पर ही मौत अता कर 
💦अय अल्लाह हमे तेरे अहकाम की फर्माबरदारी करने वाला बना 
💦और तेरे प्यारे हबीब जनाब मोहम्मद रसूल अल्लाह (s.a.w) के नेक और पाक़ीजा आदाब को अपनाने वाला बना दे 
💦 अय अल्लाह हमारी परेशानियों को दूर कर 
💦अय अल्लाह जो बिमार हैं उन्हे शिफा अता फर्मा 
💦अय अल्लाह जो कर्ज के बोझ तले दबे हुए हैं उनका कर्ज जल्द से जल्द अदा करवा दे 
💦अय रब्बूल इज्ज़त शैतान से हमारी हिफाज़त फर्मा 
💦 अय अल्लाह इस्लाम के दुश्मनों को हिदायत दे 
💦 अय अल्लाह हलाल रिज़क कमाने की तौफिक अता फर्मा 
💦 अय अल्लाह हमे तुझसे मांगना नहीं आता लेकिन तुझे देना आता हैं तू हर चीज़ पर कादिर हैं 
💦अय अल्लाह जों माँगा हैं वो भी अता फर्मा औऱ जो मांगने से रह गए हैं वो भी अता फर्मा 
💦 हमारी दुआ अपने रहम से अपने करम से कूबुल फर्मा औऱ जिसने ये दुआ भेजी हैं औऱ इसे आगे बढ़ा रहा हैं उसकी सारी परेशानियों,तकलीफों औऱ बीमारियो को दूर फर्मा औऱ सेहत अता कर : ये दुआ पूरी ज़रूर पढ़े 

"और अल्लाह अपने प्यारे महबूब हज़रत मोहम्मद (s.a.w)के सदके पूरी दुनियाँ में जितने मुसलमान वफात चुके हैं उनकी मगफिरत फर्मा,उन्हें कब्र के अज़ाब से बचा..
जो बिमार हैं या परेशान हैं तो उनको अपने करम से माफ़ फर्मा औऱ उनकी बीमारियो औऱ परेशानियों को दूर फर्मा"..
अय मेरे अल्लाह अपने प्यारे महबूब हज़रत मोहम्मद (s.a.w)के सदके जिस ने मुझे ये दुआ भेजी हैं उसके तमाम गुनाह माफ़ फर्मा और हर काम में कामयाबी अता फर्मा और उसका नसीब खोल दे.. आमीन 🤲!
Note ये दुआ आगे शेयर कर

Wednesday, August 18, 2021

इमाम आ़ली मक़ाम रज़ियल्लाहु अ़न्हु

*✍🏻इमाम आ़ली मक़ाम रज़ियल्लाहु अ़न्हु क़ुइज़(57) सुवाल व जवाब👇🏻*

*सुवाल(1):- ह़ज़रते इमाम आ़ली मक़ाम रज़ियल्लाहु अ़न्हु का नाम क्या है ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम आ़ली मक़ाम रज़ियल्लाहु अ़न्हु का नाम इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु है।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)*

*सुवाल(2):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के वालिदे माजिद का नाम क्या है ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के वालिदे माजिद का नाम ह़ज़रते अ़ली कर्रमल्लाहु वज्हहुल करीम है।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 67)*

*सुवाल(3):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की वालिदा माजिदा का नाम क्या है ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की वालिदा माजिदा का नाम ह़ज़रते फ़ात़िमतुज़्ज़हरा रज़ियल्लाहु अ़न्हा है ।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)*

 *सुवाल(4):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कितने भाई थे ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु तीन भाई थे।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)* 

*सुवाल(5):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के तीनों भाइयों के नाम बतायें ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के तीनों भाइयों के नाम ये हैं 1-ह़सन 2-ह़ुसैन 3-मुह़्सिन रज़ियल्लाहु अ़न्हुम।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)* 

*सुवाल(6):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की कितनी बहनें थीं ?*

 *जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीन बहनें थीं। (अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)*

*सुवाल(7):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीनों बहनों के नाम बतायें?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीनों बहनों के नाम ये हैं 1-ज़ैनब 2-रुक़य्या 3-उम्मे कुल्सूम रज़ियल्लाहु अ़न्हुन्न। (अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)* 

 *सुवाल(8):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की पैदाइश कब और कहाँ हुई?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की पैदाइश 5 शअ़्बानुल मुअ़ज़्ज़म 4 हिजरी को मदीना शरीफ़ में हुई।(स़वाइ़क़े मुह़र्रिक़ा स़फ़्ह़ा 118)*

*सुवाल(9):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु का नाम किसने रखा?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु का नाम आप के नाना जान ह़ज़रत मुह़म्मद स़ल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम ने रखा।(स़वाइ़क़े मुह़र्रिक़ा स़फ़्ह़ा 118)*

*सुवाल(10):-यज़ीद पलीद की तख़्त नशीनी के बअ़्द मदीना शरीफ़ के जिस गवर्नर ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को बैअ़त के लिए बुलाया था उसका नाम क्या था?*

*जवाब:- यज़ीद पलीद की तख़्त नशीनी के बाद मदीना शरीफ़ के जिस गवर्नर ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को बैअ़त के लिए बुलाया था उसका नाम वलीद बिन अ़क़बा था।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 349)*

*सुवाल(11):-यज़ीद पलीद ने तख़्त नशीनी के बाद सबसे पहले जिन मुक़द्दस हस्तियों से बैअ़त के लिए कहा था उनके नाम बतायें?*

*जवाब:- यज़ीद पलीद ने तख़्त नशीनी के बअ़्द सबसे पहले जिन मुक़द्दस हस्तियों से बैअ़त के लिए कहा था उनके नाम ये हैं 1-ह़ुसैन बिन अ़ली 2-अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़ुबैर 3- अ़ब्दुल्लाह इब्ने उ़मर रज़ियल्लाहु अ़न्हुम।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 349)*

*सुवाल(12):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को सबसे पहले क़त्ल करने के लिए किसने किस से कहा और कब कहा?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु जब वलीद बिन अ़क़्बा के पास गए तो मरवान बिन ह़कम ने वलीद बिन अ़क़्बा से आप रज़ियल्लाहु अ़न्हु को क़त्ल करने के लिए कहा।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 350)*

*सुवाल(13):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मदीना शरीफ़ से मक्का शरीफ़ के लिए कब  रवाना हुवे?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मदीना शरीफ़ से मक्का शरीफ़ के लिए 5 शअ़्बानुल मुअ़ज़्ज़म 60 हिजरी को रवाना हुए।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 352)*

*सुवाल(14):-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मदीना शरीफ़ छोड़ कर मक्का शरीफ़ जा रहे थे तो अहले बैत में से कौन कौन रह गए थे?*

*जवाब(15):- जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मदीना शरीफ़ छोड़ कर मक्का शरीफ़ जा रहे थे तो अहले बैत में से आप की स़ाह़िबज़ादी ह़ज़रते स़ुग़रा और मुह़म्मद बिन ह़नफ़िया ह़ज़रते अ़ली के बेटे रह गए थे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 27)*

*सुवाल(16):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मक्का शरीफ़ में कब तक रहे और कैसे रहे ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मक्का शरीफ़ में सात ज़िल ह़िज्जा तक अमनो अमान में रहे।(अलकामिल फ़ित्तारीख़)*

*सुवाल(17):-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मक्का शरीफ़ में थे तो कूफ़ियों ने कितने ख़ुत़ूत़ भेजे?*

*जवाब:-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  मक्का शरीफ़ में थे तो कूफ़ियों ने तक़रीबन डेढ़ सौ ख़ुत़ूत़ भेजे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 30)*

*सुवाल(18):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने कूफ़ा के ह़ालात पता करने के लिए सबसे पहले किसको भेजा?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने कूफ़ा के ह़ालात पता करने के लिए सबसे पहले अपने चचा ज़ाद भाई मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को भेजा।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 30)*

*सुवाल(19):-जब ह़ज़रते मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु कूफ़ा जा रहे थे तो आप के साथ और कौन कौन थे?* 

*जवाब:- जब ह़ज़रते मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु कूफ़ा जा रहे थे तो आप के साथ आप के छोटे छोटे दो स़ाह़िबज़ादे 1-मुह़म्मद 2-इब्राहीम थे।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 355)*

*सुवाल(20):- जब ह़ज़रते मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु कूफ़ा पहुँचे तो कितने लोगों ने आप के दस्ते पाक पर बैअ़त की?*

*जवाब:- जब ह़ज़रते मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु कूफ़ा पहुँचे तो अठारह हज़ार  लोगों ने आप के दस्ते पाक पर बैअ़त की।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 30)*

*सुवाल(21):-जब यज़ीद पलीद को इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु के दस्ते पाक पर कूफ़ियों की बैअ़त की ख़बर पहुँची तो आप को शहीद करने के लिए किसको ह़ाकिम बना कर भेजा?*

*जवाब:- जब यज़ीद पलीद को इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु के दस्ते पाक पर कूफ़ियों की बैअ़त की ख़बर पहुँची तो आप रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के लिए अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़्याद को ह़ाकिम बना कर भेजा।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 31)*

*सुवाल(22):- अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़्याद के बहकाने पर कितने लोगों ने इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु का साथ दिया?*

*जवाब:- अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़्याद के बहकाने पर सब मुकर गए किसी ने भी इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु का साथ नहीं दिया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 31)*

*सुवाल(23):-इमाम मुस्लिम बिन अक़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने शहादत से पहले तीन वस़िय्यतें किस से की थी?*

*जवाब:- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने शहादत से पहले तीन वस़िय्यतें अ़म्र बिन सअ़्द से की थी।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 33)*

*सुवाल(24):- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीन वस़िय्यतें क्या थीं?*

 *जवाब:- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीन वस़िय्यतें ये थीं 1-कूफ़ा में मैंने सात सौ रुपये क़र्ज़ लिए हैं उनको अदा कर देना,2-क़त्ल के बाद मेरा जनाज़ा इब्ने ज़्याद से ले कर दफ़्न कर देना,3- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के पास किसी को भेज कर कूफ़ा आने से मना कर देना।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 33)*

*सुवाल(25):-जब इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के लिए लाया गया उस वक़्त आप की ज़बान किस चीज़ में मश्ग़ूल थी?* 

*जवाब:- जब इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के लिए लाया गया उस वक़्त आप की ज़बान तस़्बीह़ और इस्तिग़्फ़ार में मश्ग़ूल थी(अल्कामिल फ़ित्तारीख़)*

*सुवाल(26):- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के बअ़्द आप के सरे मुबारक को कहाँ भेजा गया?*

*जवाब:- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के बाद आप के सरे मुबारक को मुल्के शाम में यज़ीद पलीद के पास भेजा गया(अल्कामिल फ़ित्तारीख़)*

*सुवाल(27):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कब मक्का शरीफ़ से कूफ़ा के लिए रवाना हुए?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु आठ ज़िल्ह़िज्जा साठ हिजरी को मक्का शरीफ़ से कूफ़ा के लिए रवाना हुए।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 36)*

*सुवाल(28):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को किन किन जलीलुल क़द्र स़ह़ाब ए किराम ने कूफ़ा जाने से रोका था?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को उ़मर बिन अ़ब्दुर्रहमान और अ़ब्दुल्लाह इब्ने  अ़ब्बास और अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़ुबैर,अ़ब्दुल्लाह इब्ने उ़मर रज़ियल्लाहु अ़न्हुम ने कूफ़ा जाने से रोका था।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 36)*

*सुवाल(29):-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अन्हु को इमाम मुस्लिम बिन अक़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु की शहादत की ख़बर मिली तो आप ने क्या कहा ?*

*जवाब:- जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु की शहादत की ख़बर मिली तो आप ने फ़रमाया कि “तुम्हारे बअ़्द ज़िंदगी बेकार है “।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 41)*

*सुवाल(30) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु का सामना कहाँ हुआ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को ह़ज़रते हुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु का सामना मक़ामे शराफ़ में हुआ ।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 41)*

*सुवाल(32) जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अन्हु का सामना ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के लश्कर के साथ हुआ तो आप उनके साथ कैसे पेश आए?*

*जवाब:- जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु का सामना ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के लश्कर के साथ हुआ तो आप उनके साथ अख़्लाक़ के साथ  पेश आए और उनके लश्कर को पानी पिलाया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 41)*

*सुवाल(33) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला की सरज़मीं पर कब पहुँचे?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला की सरज़मीं पर 2 मुह़र्रमुल् ह़राम 61 हिजरी को जुमेअ़रात के दिन पहुँचे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 47)*

*सुवाल(34) जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला की सरज़मीं पर पहुँचे तो सब से पहले आप से मुक़ाबला के लिए कौन आया और किस ने भेजा था?*

*जवाब:-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला की सरज़मीं पर पहुँचे तो सब से पहले आप से मुक़ाबला के लिए अ़म्र बिन सअ़द आया जिसको इब्ने ज़्याद ने भेजा था।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 47)*

*सुवाल(35)जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने अ़म्र बिन सअ़द के साथ स़ुलह़ कर ली थी तो किस ने वर्ग़लाया?*

*जवाब:- जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने अ़म्र बिन सअ़द के साथ स़ुलह़ कर ली थी तो शिम्र लईन ने वर्ग़लाया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 48)*

*सुवाल(36):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु अ़म्र बिन सअ़द के साथ कर्बला की सरज़मीं पर कितने दिन तक मुस़ालह़त की कोशिश करते रहे?*

*जवाब:- ):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु अ़म्र बिन सअ़द के साथ कर्बला की सरज़मीं पर चार रात - दिन तक मुस़ालह़त की कोशिश करते रहे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 48)*

*सुवाल(37):-इब्ने ज़्याद ने शिम्र लई़न को अ़म्र बिन सअ़द के पास क्या कह कर भेजा?*

*जवाब:- इब्ने ज़्याद ने शिम्र लई़न से कहा कि “तू अमीरे लश्कर है अ़म्र बिन सअ़द के पास जा और अगर वो बात मान ले तो इत़ाअ़त करना वरना उसका सर काट कर मेरे पास भेज देना”  कह कर भेजा।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 49)*

*सुवाल(38):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु से मुक़ाबला के लिए कब जहन्नमी यज़ीदी लश्कर को तय्यार किया गया तारीख़,महीना और हिजरी भी बयान कीजिये?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु से मुक़ाबला के लिए 9 मुह़र्रमुल ह़राम 61 हिजरी बरोज़ जुमेअ़रात को  जहन्नमी यज़ीदी लश्कर को तय्यार किया गया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 50)*

*सुवाल(39):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने 9 मुह़र्रमुल् ह़राम को एक दिन की मुहलत क्यूँ माँगी?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने 9 मुह़र्रमुल ह़राम को एक दिन की मुहलत पसमान्दों को वस़िय्यत करने और इ़बादत करने के लिए माँगी।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 51)* 

 *सुवाल(40):-कर्बला की सरज़मीं पर ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के साथ कुल कितने लोग थे?*

*जवाब:- कर्बला की सरज़मीं पर ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के साथ कुल 72(बहत्तर) लोग थे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 57)*

*सुवाल(41) कर्बला की सरज़मीं पर ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के साथ कितने सवार और कितने पैदल थे?*

*जवाब:- कर्बला की सरज़मीं पर ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के साथ बत्तीस सवार और चालीस पैदल थे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 57)*

*सुवाल(42)ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु को इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की त़रफ़दारी करते हुए दुश्मनों ने देखा तो क्या किया?*

*जवाब:- ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु को इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की त़रफ़दारी करते हुए दुश्मनों ने देखा तो पत्थर बरसाना शुरूअ़ कर दिये।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 62)*

*सुवाल(43)जब दुश्मनों ने पत्थर बरसाना शुरूअ़ कर दिये तो ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने क्या किया?*

*जवाब:- जब दुश्मनों ने पत्थर बरसाना शुरू कर दिये तो ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु वापस हो कर इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सामने खड़े हो गए।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 62)*

*सुवाल(44)क्या ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने दुश्मनों को क़त्ल भी किया?*

*जवाब:-हाँ, ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने दुश्मनों(यज़ीदियों) में यज़ीद बिन सूफ़ीयान के इ़लावा पूरी दिलेरी के साथ क़ेताल किया जिसमे बहुत से दुश्मन मारे गए।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 64)*

*सुवाल(45):-जब ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ज़ख़्मी हुए तो ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु से अर्ज़ किया कि "हुज़ूर क्या अब आप मुझ से राज़ी हैं "?तो आप ने क्या जवाब दिया?*

*जवाब:- जब हज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ज़ख़्मी हुए तो ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु से अर्ज़ किया कि "ह़ुज़ूर क्या अब आप मुझ से राज़ी हैं "?तो आप ने जवाब दिया कि हाँ मैं आप से राज़ी हूँ और अल्लाह भी आप से राज़ी हो ।(आईन ए क़ियामत स़फ़ह़ा 67)*

*सुवाल(46):-किस ज़ालिम ने आवाज़ दी तो दुश्मनों ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु पर चारों त़रफ़ से हमला कर दिया?*

*जवाब):- शिम्र लई़न ज़ालिम ने आवाज़ दी तो दुश्मनों ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु पर चारों तरफ़ से ह़मला कर दिया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(47):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला में कितने दिन प्यासे रहे?*

*जवाब):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला में तीन  दिन प्यासे रहे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(48):-सबसे पहले किस ज़ालिम ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के बाएँ शाने पर तलवार मारी?*

*जवाब:-सबसे पहले ज़रआ़ बिन शरीक तमीमी ज़ालिम ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के बाएँ शाने पर तलवार मारी।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(49):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के जिस्मे मुबारक पर कितने नेज़ों के ज़ख़्म और तलवारों के घाव लगे थे?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के जिस्मे मुबारक पर 33 नेज़ों के ज़ख्म और 34 तलवारों के घाव और बेशुमार तीर लगे थे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(50):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सरे मुबारक को तन से किस ज़ालिम मरदूद ने जुदा किया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सरे मुबारक को तन से ज़ालिम मरदूद सिनान् बिन अनस नख़ई शक़ी नारी जहन्नमी लअ़नतुल्लाहि अ़लैहि ने जुदा किया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(51) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सरे मुबारक को तन से जुदा करने के बाद ज़ालिमों ने आपके जिस्मे मुबारक के साथ क्या किया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सरे मुबारक को तन से जुदा करने के बाद ज़ालिमों ने आपके जिस्मे मुबारक को घोड़ों से पामाल किया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 84)*

*सुवाल(52):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की शहादत के बाद सरे मुबारक को ज़ालिमों ने क्या किया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की शहादत के बाद सरे मुबारक को ज़ालिम नेज़े पर रख कर खुशियाँ मानते हुए मुल्के शाम यज़ीद पलीद “लअ़नतुल्लाहि अ़लैहि इला यौमिल क़ियामह” के पास ले गए।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 87)*

*सुवाल(53) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के सरे मुबारक को यज़ीद पलीद “लअ़नतुल्लाहि अ़लैहि इला यौमिल क़ियामह” के पास ले जाने के बाद कहाँ भेजा गया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के सरे मुबारक को यज़ीद पलीद “लअ़नतुल्लाहि अ़लैहि इला यौमिल क़ियामह” के पास ले जाने के बाद मदीना शरीफ़ भेजा गया।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 440)*

*सुवाल(54):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के सरे मुबारक को कहाँ दफ़्न किया गया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के सरे मुबारक को मदीना शरीफ़ में आप की वालिदा माजिदा के पहलू में दफ़्न किया गया।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 440)*

*सुवाल(55) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  ने इतनी बड़ी क़ुर्बानी क्यूँ दी?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  ने इतनी बड़ी क़ुर्बानी मज़हबे इस्लाम की बक़ा के लिए दी।(तारीख़े इस्लाम)*

*सुवाल:-(56) जो हर कलिमागो (फ़िरक़-ए-बात़िला) से इत्तिह़ाद की बातें करते हैं उनको ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की इतनी बड़ी क़ुर्बानी से क्या सबक़ मिलता है?*

*जवाब:-जो हर कलिमागो (फ़िरक़-ए-बात़िला) से इत्तिह़ाद की बातें करते हैं उनको ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की इतनी बड़ी क़ुर्बानी से हर गुस्ताख़ फ़िरक़-ए-बात़िला से दूर रहने और हर कुर्ता पाजामा टोपी दाढ़ी वाले (कसो ना कस) को मुक़्तदा न बनाने का सबक़ मिलता है।(अल्ह़ुब्बु फ़िल्लाह अल् बुग़्ज़ु फ़िल्लाह)*

*सुवाल(57) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने बज़ाहिर कलिमागो,नमाज़ियों, रोज़ेदारों के मुक़ाबले इतनी बड़ी क़ुर्बानी दे कर हम सुन्नियों को क्या दर्स दिया?*

*जवाब:-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने बज़ाहिर कलिमागो,नमाज़ियों रोज़ेदारों के मुक़ाबले इतनी बड़ी क़ुर्बानी दे कर हम सुन्नियों को यह दर्स दिया कि जो अल्लाह रब्बुल इ़ज़्ज़त और उसके ह़बीब स़ल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम का वफ़ादार है वही हमारा है और उसी की तअ़ज़ीम व तक़लीद दुरूस्त है, और जो अल्लाह रब्बुल इ़ज़्ज़त और उसके ह़बीब स़ल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम का वफ़ादार नहीं वोह हमारा नहीं इसलिए हर कलिमागो,नमाज़ी,रोज़ेदार,लाइक़े तअ़ज़ीम व तक़लीद और हमारा मुक़्तदा नहीं।(अल्ह़ुब्बु फ़िल्लाह अल् बुग़्ज़ु फ़िल्लाह)*


*✍क़ाज़ी-ए-शहर*
*सग-ए-ह़ुज़ूर ताजुश्शरीआ़ अ़ब्दुल क़ुद्दूस क़ुद्सी अस्सअ़्दी,मातुरीदी, ह़नफ़ी,क़ादिरी,बरकाती, रज़वी,नूरी,बरेलवी*

*जमाअ़त रज़ा-ए-मुस़्त़फ़ा  बिहार शरीफ़ मोबा॰9631395946**✍🏻इमाम आ़ली मक़ाम रज़ियल्लाहु अ़न्हु क़ुइज़(57) सुवाल व जवाब👇🏻*

*सुवाल(1):- ह़ज़रते इमाम आ़ली मक़ाम रज़ियल्लाहु अ़न्हु का नाम क्या है ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम आ़ली मक़ाम रज़ियल्लाहु अ़न्हु का नाम इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु है।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)*

*सुवाल(2):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के वालिदे माजिद का नाम क्या है ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के वालिदे माजिद का नाम ह़ज़रते अ़ली कर्रमल्लाहु वज्हहुल करीम है।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 67)*

*सुवाल(3):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की वालिदा माजिदा का नाम क्या है ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की वालिदा माजिदा का नाम ह़ज़रते फ़ात़िमतुज़्ज़हरा रज़ियल्लाहु अ़न्हा है ।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)*

 *सुवाल(4):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कितने भाई थे ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु तीन भाई थे।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)* 

*सुवाल(5):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के तीनों भाइयों के नाम बतायें ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के तीनों भाइयों के नाम ये हैं 1-ह़सन 2-ह़ुसैन 3-मुह़्सिन रज़ियल्लाहु अ़न्हुम।(अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)* 

*सुवाल(6):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की कितनी बहनें थीं ?*

 *जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीन बहनें थीं। (अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)*

*सुवाल(7):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीनों बहनों के नाम बतायें?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीनों बहनों के नाम ये हैं 1-ज़ैनब 2-रुक़य्या 3-उम्मे कुल्सूम रज़ियल्लाहु अ़न्हुन्न। (अल्बतूल स़फ़्ह़ा 110)* 

 *सुवाल(8):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की पैदाइश कब और कहाँ हुई?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की पैदाइश 5 शअ़्बानुल मुअ़ज़्ज़म 4 हिजरी को मदीना शरीफ़ में हुई।(स़वाइ़क़े मुह़र्रिक़ा स़फ़्ह़ा 118)*

*सुवाल(9):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु का नाम किसने रखा?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु का नाम आप के नाना जान ह़ज़रत मुह़म्मद स़ल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम ने रखा।(स़वाइ़क़े मुह़र्रिक़ा स़फ़्ह़ा 118)*

*सुवाल(10):-यज़ीद पलीद की तख़्त नशीनी के बअ़्द मदीना शरीफ़ के जिस गवर्नर ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को बैअ़त के लिए बुलाया था उसका नाम क्या था?*

*जवाब:- यज़ीद पलीद की तख़्त नशीनी के बाद मदीना शरीफ़ के जिस गवर्नर ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को बैअ़त के लिए बुलाया था उसका नाम वलीद बिन अ़क़बा था।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 349)*

*सुवाल(11):-यज़ीद पलीद ने तख़्त नशीनी के बाद सबसे पहले जिन मुक़द्दस हस्तियों से बैअ़त के लिए कहा था उनके नाम बतायें?*

*जवाब:- यज़ीद पलीद ने तख़्त नशीनी के बअ़्द सबसे पहले जिन मुक़द्दस हस्तियों से बैअ़त के लिए कहा था उनके नाम ये हैं 1-ह़ुसैन बिन अ़ली 2-अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़ुबैर 3- अ़ब्दुल्लाह इब्ने उ़मर रज़ियल्लाहु अ़न्हुम।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 349)*

*सुवाल(12):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को सबसे पहले क़त्ल करने के लिए किसने किस से कहा और कब कहा?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु जब वलीद बिन अ़क़्बा के पास गए तो मरवान बिन ह़कम ने वलीद बिन अ़क़्बा से आप रज़ियल्लाहु अ़न्हु को क़त्ल करने के लिए कहा।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 350)*

*सुवाल(13):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मदीना शरीफ़ से मक्का शरीफ़ के लिए कब  रवाना हुवे?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मदीना शरीफ़ से मक्का शरीफ़ के लिए 5 शअ़्बानुल मुअ़ज़्ज़म 60 हिजरी को रवाना हुए।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 352)*

*सुवाल(14):-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मदीना शरीफ़ छोड़ कर मक्का शरीफ़ जा रहे थे तो अहले बैत में से कौन कौन रह गए थे?*

*जवाब(15):- जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मदीना शरीफ़ छोड़ कर मक्का शरीफ़ जा रहे थे तो अहले बैत में से आप की स़ाह़िबज़ादी ह़ज़रते स़ुग़रा और मुह़म्मद बिन ह़नफ़िया ह़ज़रते अ़ली के बेटे रह गए थे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 27)*

*सुवाल(16):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मक्का शरीफ़ में कब तक रहे और कैसे रहे ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मक्का शरीफ़ में सात ज़िल ह़िज्जा तक अमनो अमान में रहे।(अलकामिल फ़ित्तारीख़)*

*सुवाल(17):-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु मक्का शरीफ़ में थे तो कूफ़ियों ने कितने ख़ुत़ूत़ भेजे?*

*जवाब:-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  मक्का शरीफ़ में थे तो कूफ़ियों ने तक़रीबन डेढ़ सौ ख़ुत़ूत़ भेजे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 30)*

*सुवाल(18):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने कूफ़ा के ह़ालात पता करने के लिए सबसे पहले किसको भेजा?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने कूफ़ा के ह़ालात पता करने के लिए सबसे पहले अपने चचा ज़ाद भाई मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को भेजा।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 30)*

*सुवाल(19):-जब ह़ज़रते मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु कूफ़ा जा रहे थे तो आप के साथ और कौन कौन थे?* 

*जवाब:- जब ह़ज़रते मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु कूफ़ा जा रहे थे तो आप के साथ आप के छोटे छोटे दो स़ाह़िबज़ादे 1-मुह़म्मद 2-इब्राहीम थे।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 355)*

*सुवाल(20):- जब ह़ज़रते मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु कूफ़ा पहुँचे तो कितने लोगों ने आप के दस्ते पाक पर बैअ़त की?*

*जवाब:- जब ह़ज़रते मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु कूफ़ा पहुँचे तो अठारह हज़ार  लोगों ने आप के दस्ते पाक पर बैअ़त की।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 30)*

*सुवाल(21):-जब यज़ीद पलीद को इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु के दस्ते पाक पर कूफ़ियों की बैअ़त की ख़बर पहुँची तो आप को शहीद करने के लिए किसको ह़ाकिम बना कर भेजा?*

*जवाब:- जब यज़ीद पलीद को इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु के दस्ते पाक पर कूफ़ियों की बैअ़त की ख़बर पहुँची तो आप रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के लिए अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़्याद को ह़ाकिम बना कर भेजा।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 31)*

*सुवाल(22):- अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़्याद के बहकाने पर कितने लोगों ने इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु का साथ दिया?*

*जवाब:- अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़्याद के बहकाने पर सब मुकर गए किसी ने भी इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु का साथ नहीं दिया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 31)*

*सुवाल(23):-इमाम मुस्लिम बिन अक़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने शहादत से पहले तीन वस़िय्यतें किस से की थी?*

*जवाब:- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने शहादत से पहले तीन वस़िय्यतें अ़म्र बिन सअ़्द से की थी।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 33)*

*सुवाल(24):- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीन वस़िय्यतें क्या थीं?*

 *जवाब:- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु की तीन वस़िय्यतें ये थीं 1-कूफ़ा में मैंने सात सौ रुपये क़र्ज़ लिए हैं उनको अदा कर देना,2-क़त्ल के बाद मेरा जनाज़ा इब्ने ज़्याद से ले कर दफ़्न कर देना,3- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के पास किसी को भेज कर कूफ़ा आने से मना कर देना।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 33)*

*सुवाल(25):-जब इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के लिए लाया गया उस वक़्त आप की ज़बान किस चीज़ में मश्ग़ूल थी?* 

*जवाब:- जब इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के लिए लाया गया उस वक़्त आप की ज़बान तस़्बीह़ और इस्तिग़्फ़ार में मश्ग़ूल थी(अल्कामिल फ़ित्तारीख़)*

*सुवाल(26):- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के बअ़्द आप के सरे मुबारक को कहाँ भेजा गया?*

*जवाब:- इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु को शहीद करने के बाद आप के सरे मुबारक को मुल्के शाम में यज़ीद पलीद के पास भेजा गया(अल्कामिल फ़ित्तारीख़)*

*सुवाल(27):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कब मक्का शरीफ़ से कूफ़ा के लिए रवाना हुए?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु आठ ज़िल्ह़िज्जा साठ हिजरी को मक्का शरीफ़ से कूफ़ा के लिए रवाना हुए।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 36)*

*सुवाल(28):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को किन किन जलीलुल क़द्र स़ह़ाब ए किराम ने कूफ़ा जाने से रोका था?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को उ़मर बिन अ़ब्दुर्रहमान और अ़ब्दुल्लाह इब्ने  अ़ब्बास और अ़ब्दुल्लाह इब्ने ज़ुबैर,अ़ब्दुल्लाह इब्ने उ़मर रज़ियल्लाहु अ़न्हुम ने कूफ़ा जाने से रोका था।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 36)*

*सुवाल(29):-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अन्हु को इमाम मुस्लिम बिन अक़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु की शहादत की ख़बर मिली तो आप ने क्या कहा ?*

*जवाब:- जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को इमाम मुस्लिम बिन अ़क़ील रज़ियल्लाहु अ़न्हु की शहादत की ख़बर मिली तो आप ने फ़रमाया कि “तुम्हारे बअ़्द ज़िंदगी बेकार है “।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 41)*

*सुवाल(30) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु का सामना कहाँ हुआ?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु को ह़ज़रते हुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु का सामना मक़ामे शराफ़ में हुआ ।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 41)*

*सुवाल(32) जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अन्हु का सामना ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के लश्कर के साथ हुआ तो आप उनके साथ कैसे पेश आए?*

*जवाब:- जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु का सामना ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के लश्कर के साथ हुआ तो आप उनके साथ अख़्लाक़ के साथ  पेश आए और उनके लश्कर को पानी पिलाया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 41)*

*सुवाल(33) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला की सरज़मीं पर कब पहुँचे?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला की सरज़मीं पर 2 मुह़र्रमुल् ह़राम 61 हिजरी को जुमेअ़रात के दिन पहुँचे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 47)*

*सुवाल(34) जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला की सरज़मीं पर पहुँचे तो सब से पहले आप से मुक़ाबला के लिए कौन आया और किस ने भेजा था?*

*जवाब:-जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला की सरज़मीं पर पहुँचे तो सब से पहले आप से मुक़ाबला के लिए अ़म्र बिन सअ़द आया जिसको इब्ने ज़्याद ने भेजा था।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 47)*

*सुवाल(35)जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने अ़म्र बिन सअ़द के साथ स़ुलह़ कर ली थी तो किस ने वर्ग़लाया?*

*जवाब:- जब ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने अ़म्र बिन सअ़द के साथ स़ुलह़ कर ली थी तो शिम्र लईन ने वर्ग़लाया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 48)*

*सुवाल(36):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु अ़म्र बिन सअ़द के साथ कर्बला की सरज़मीं पर कितने दिन तक मुस़ालह़त की कोशिश करते रहे?*

*जवाब:- ):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु अ़म्र बिन सअ़द के साथ कर्बला की सरज़मीं पर चार रात - दिन तक मुस़ालह़त की कोशिश करते रहे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 48)*

*सुवाल(37):-इब्ने ज़्याद ने शिम्र लई़न को अ़म्र बिन सअ़द के पास क्या कह कर भेजा?*

*जवाब:- इब्ने ज़्याद ने शिम्र लई़न से कहा कि “तू अमीरे लश्कर है अ़म्र बिन सअ़द के पास जा और अगर वो बात मान ले तो इत़ाअ़त करना वरना उसका सर काट कर मेरे पास भेज देना”  कह कर भेजा।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 49)*

*सुवाल(38):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु से मुक़ाबला के लिए कब जहन्नमी यज़ीदी लश्कर को तय्यार किया गया तारीख़,महीना और हिजरी भी बयान कीजिये?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु से मुक़ाबला के लिए 9 मुह़र्रमुल ह़राम 61 हिजरी बरोज़ जुमेअ़रात को  जहन्नमी यज़ीदी लश्कर को तय्यार किया गया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 50)*

*सुवाल(39):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने 9 मुह़र्रमुल् ह़राम को एक दिन की मुहलत क्यूँ माँगी?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने 9 मुह़र्रमुल ह़राम को एक दिन की मुहलत पसमान्दों को वस़िय्यत करने और इ़बादत करने के लिए माँगी।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 51)* 

 *सुवाल(40):-कर्बला की सरज़मीं पर ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के साथ कुल कितने लोग थे?*

*जवाब:- कर्बला की सरज़मीं पर ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के साथ कुल 72(बहत्तर) लोग थे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 57)*

*सुवाल(41) कर्बला की सरज़मीं पर ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के साथ कितने सवार और कितने पैदल थे?*

*जवाब:- कर्बला की सरज़मीं पर ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के साथ बत्तीस सवार और चालीस पैदल थे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 57)*

*सुवाल(42)ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु को इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की त़रफ़दारी करते हुए दुश्मनों ने देखा तो क्या किया?*

*जवाब:- ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु को इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की त़रफ़दारी करते हुए दुश्मनों ने देखा तो पत्थर बरसाना शुरूअ़ कर दिये।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 62)*

*सुवाल(43)जब दुश्मनों ने पत्थर बरसाना शुरूअ़ कर दिये तो ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने क्या किया?*

*जवाब:- जब दुश्मनों ने पत्थर बरसाना शुरू कर दिये तो ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु वापस हो कर इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सामने खड़े हो गए।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 62)*

*सुवाल(44)क्या ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने दुश्मनों को क़त्ल भी किया?*

*जवाब:-हाँ, ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने दुश्मनों(यज़ीदियों) में यज़ीद बिन सूफ़ीयान के इ़लावा पूरी दिलेरी के साथ क़ेताल किया जिसमे बहुत से दुश्मन मारे गए।(आईन ए क़ियामत स़फ़्ह़ा 64)*

*सुवाल(45):-जब ह़ज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ज़ख़्मी हुए तो ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु से अर्ज़ किया कि "हुज़ूर क्या अब आप मुझ से राज़ी हैं "?तो आप ने क्या जवाब दिया?*

*जवाब:- जब हज़रते ह़ुर रज़ियल्लाहु अ़न्हु ज़ख़्मी हुए तो ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु से अर्ज़ किया कि "ह़ुज़ूर क्या अब आप मुझ से राज़ी हैं "?तो आप ने जवाब दिया कि हाँ मैं आप से राज़ी हूँ और अल्लाह भी आप से राज़ी हो ।(आईन ए क़ियामत स़फ़ह़ा 67)*

*सुवाल(46):-किस ज़ालिम ने आवाज़ दी तो दुश्मनों ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु पर चारों त़रफ़ से हमला कर दिया?*

*जवाब):- शिम्र लई़न ज़ालिम ने आवाज़ दी तो दुश्मनों ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु पर चारों तरफ़ से ह़मला कर दिया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(47):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला में कितने दिन प्यासे रहे?*

*जवाब):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु कर्बला में तीन  दिन प्यासे रहे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(48):-सबसे पहले किस ज़ालिम ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के बाएँ शाने पर तलवार मारी?*

*जवाब:-सबसे पहले ज़रआ़ बिन शरीक तमीमी ज़ालिम ने ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के बाएँ शाने पर तलवार मारी।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(49):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के जिस्मे मुबारक पर कितने नेज़ों के ज़ख़्म और तलवारों के घाव लगे थे?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के जिस्मे मुबारक पर 33 नेज़ों के ज़ख्म और 34 तलवारों के घाव और बेशुमार तीर लगे थे।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(50):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सरे मुबारक को तन से किस ज़ालिम मरदूद ने जुदा किया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सरे मुबारक को तन से ज़ालिम मरदूद सिनान् बिन अनस नख़ई शक़ी नारी जहन्नमी लअ़नतुल्लाहि अ़लैहि ने जुदा किया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 83)*

*सुवाल(51) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सरे मुबारक को तन से जुदा करने के बाद ज़ालिमों ने आपके जिस्मे मुबारक के साथ क्या किया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु के सरे मुबारक को तन से जुदा करने के बाद ज़ालिमों ने आपके जिस्मे मुबारक को घोड़ों से पामाल किया।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 84)*

*सुवाल(52):-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की शहादत के बाद सरे मुबारक को ज़ालिमों ने क्या किया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की शहादत के बाद सरे मुबारक को ज़ालिम नेज़े पर रख कर खुशियाँ मानते हुए मुल्के शाम यज़ीद पलीद “लअ़नतुल्लाहि अ़लैहि इला यौमिल क़ियामह” के पास ले गए।(आईन ए क़ियामत स़फ़्हा 87)*

*सुवाल(53) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के सरे मुबारक को यज़ीद पलीद “लअ़नतुल्लाहि अ़लैहि इला यौमिल क़ियामह” के पास ले जाने के बाद कहाँ भेजा गया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के सरे मुबारक को यज़ीद पलीद “लअ़नतुल्लाहि अ़लैहि इला यौमिल क़ियामह” के पास ले जाने के बाद मदीना शरीफ़ भेजा गया।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 440)*

*सुवाल(54):- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के सरे मुबारक को कहाँ दफ़्न किया गया?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  के सरे मुबारक को मदीना शरीफ़ में आप की वालिदा माजिदा के पहलू में दफ़्न किया गया।(ख़ुत़बाते मुह़र्रम स़फ़्ह़ा 440)*

*सुवाल(55) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  ने इतनी बड़ी क़ुर्बानी क्यूँ दी?*

*जवाब:- ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु  ने इतनी बड़ी क़ुर्बानी मज़हबे इस्लाम की बक़ा के लिए दी।(तारीख़े इस्लाम)*

*सुवाल:-(56) जो हर कलिमागो (फ़िरक़-ए-बात़िला) से इत्तिह़ाद की बातें करते हैं उनको ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की इतनी बड़ी क़ुर्बानी से क्या सबक़ मिलता है?*

*जवाब:-जो हर कलिमागो (फ़िरक़-ए-बात़िला) से इत्तिह़ाद की बातें करते हैं उनको ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु की इतनी बड़ी क़ुर्बानी से हर गुस्ताख़ फ़िरक़-ए-बात़िला से दूर रहने और हर कुर्ता पाजामा टोपी दाढ़ी वाले (कसो ना कस) को मुक़्तदा न बनाने का सबक़ मिलता है।(अल्ह़ुब्बु फ़िल्लाह अल् बुग़्ज़ु फ़िल्लाह)*

*सुवाल(57) ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने बज़ाहिर कलिमागो,नमाज़ियों, रोज़ेदारों के मुक़ाबले इतनी बड़ी क़ुर्बानी दे कर हम सुन्नियों को क्या दर्स दिया?*

*जवाब:-ह़ज़रते इमाम ह़ुसैन रज़ियल्लाहु अ़न्हु ने बज़ाहिर कलिमागो,नमाज़ियों रोज़ेदारों के मुक़ाबले इतनी बड़ी क़ुर्बानी दे कर हम सुन्नियों को यह दर्स दिया कि जो अल्लाह रब्बुल इ़ज़्ज़त और उसके ह़बीब स़ल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम का वफ़ादार है वही हमारा है और उसी की तअ़ज़ीम व तक़लीद दुरूस्त है, और जो अल्लाह रब्बुल इ़ज़्ज़त और उसके ह़बीब स़ल्लल्लाहु अ़लैहि व सल्लम का वफ़ादार नहीं वोह हमारा नहीं इसलिए हर कलिमागो,नमाज़ी,रोज़ेदार,लाइक़े तअ़ज़ीम व तक़लीद और हमारा मुक़्तदा नहीं।(अल्ह़ुब्बु फ़िल्लाह अल् बुग़्ज़ु फ़िल्लाह)*


*✍क़ाज़ी-ए-शहर*
*सग-ए-ह़ुज़ूर ताजुश्शरीआ़ अ़ब्दुल क़ुद्दूस क़ुद्सी अस्सअ़्दी,मातुरीदी, ह़नफ़ी,क़ादिरी,बरकाती, रज़वी,नूरी,बरेलवी*

*जमाअ़त रज़ा-ए-मुस़्त़फ़ा  बिहार शरीफ़ मोबा॰9631395946*