मुईनुद्दीन चिश्ती رحمتہ اللہ علیہ ने सवाल करने वाले से पूछा: तुम करते क्या हो? वो बोला: मैं ज़मींदार हूं काफी रक़बे का मालिक हूं इसी सवाल करने वाले के साथ दूसरा आदमी भी था उससे पूछा : तुम क्या करते हो? उसने कहा : इसी ज़मींदार की ज़मीन पर किसान हूं हल चलाता हूं,
मुईनुद्दीन चिश्ती رحمتہ اللہ علیہ ने कहा: जो फर्क़ ज़मींदार और किसान के मनसब में है वही फर्क़ मेरी और मौला अली رضی اللّٰہ عنہ की विलायत में है अली विलायत की ज़मीन के मालिक हैं और हम उनके किसान- हमारा काम ज़मीने विलायत में हल चलाना है विलायत की फसल के मालिक मौला अली رضی اللّٰہ عنہ हैं,जिसको चाहें खैरात अता कर दें इसीलिए सब औलिया कहते हैं कि हमें विलायत अली رضی اللّٰہ عنہ की बारगाह से मिली और इसीलिए मौला अली को सैय्यदुल औलिया कहा जाता है...!!!
تذکرہ محبوب
ص 221
या अली अली अली या अली
💕 या ग़रीब नवाज़ 💕⚘🌺
No comments:
Post a Comment
tell me your islamic-related information you want .I am try give you