Monday, July 5, 2021

इमाम आला हज़रत

💐💐 इमाम आला हज़रत 💐💐💐

मुल्के शाम के एक बुजु़र्ग ने ख्वाब में देखा, बहुत ही आलीशान दरबार लगा हुआ है बेशुमार नूरानी हस्तियां जमा हैं और ताजदारे मदीना शहंशाहे दो आलम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जलवा अफरोज़ हैं, पूरे इजतेमा में सुकूत तारी है और ऐसा महसूस हो रहा है जैसे किसी आने वाले का इंतजा़र किया जा रहा है।

 उस बुजु़र्ग ने सुकूत तोड़ते हुए अर्ज़ किया या रसूल अल्लाह मेरे मां-बाप आप पर कुर्बान, किसका इंतजा़र फरमाया जा रहा है, प्यारे मुस्तफा़ सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के लबे मुबारक को जुंबिश हुई  आपने इरशाद फ़रमाया,  हमें 'अहमद रजा़ हिंदी' का इंतजार है।

कौन अहमद रजा़, बुजु़र्ग ने पूछा, सरकार ने इरशाद फ़रमाया हिंदुस्तान में बरेली के बाशिंदे हैं। फिर वह शामी बुजु़र्ग रहमतुल्लाह तआला अलैहे बेदार हो गए। इमामे अहले सुन्नत अहमद रजा़ खां साहब की गाएबाना अकी़दत दिल में घर कर गई। और उस खुशनसीब की जियारत का शौक दिल में मौजें मार रहा था। यकीनन अहमद रजा़ हिंदी रहमतुल्लाहे तआला अलैह किसी ज़बरदस्त आशिक ए रसूल का नाम है। उनकी जियारत करके कुछ सीखना चाहिए चुनांचे वो शामी बुजु़र्ग मुल्के शाम से बरेली शरीफ़ रवाना हो गए। बरेली शरीफ़ पहुंचकर लोगों से आला हज़रत की क़ियाम गाह का पता पूछा तो लोगों ने बताया कि आला हज़रत का 25 सफ़रुल मुज़फ्फर को इंतकाल हो गया है। शामी बुजु़र्ग ने इंतकाल का वक्त दरयाफ्त किया तो लोगों ने बताया कि हिंदुस्तान के वक़्त के मुताबिक आला हज़रत का विसाल दोपहर के 2:38 बजे हुआ था। यह सुनकर वह बुजु़र्ग आब दीदा हो गए क्योंकि जब उन्होंने ख्वाब में सरकारे मदीना सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम का दीदार किया था और सरकारे मदीना ने भरे दरबार में फ़रमाया था कि 'हमें अहमद रजा़ हिंदी' का इंतजार है। वह दिन 25 सफ़र ही का था और वक्त भी तकरीबन वही था उस वक्त ख्वाब की ताबीर ना समझ सके थे  लेकिन अब समझ में आ चुकी थी।

(मकालाते यौमे रज़ा)

                       💐💐💐

{नोट : आला हज़रत रहमतुल्लाह तआला अलैह की तारीखे़ विसाल 25 सफ़र उल मुज़फ्फर सन 1340 हिजरी है}

No comments:

Post a Comment

tell me your islamic-related information you want .I am try give you