-: मुरीद की तीन(3) किस्में हैं :-
1)मुरीद रस्मी
2)मुरीद मतलबी
3)मुरीद हकीकी
#मुरीद_रस्मी
वो जो सिर्फ रस्मी बैयत करता है(रस्मी मुरीद होता है) बाद में पीर साहब से कुछ ताल्लुक़ नही रखता
#मुरीद_मतलबी
वो मुरीद जो मुसीबत में तो पीर की तरफ भागे और मुसीबत खतम होते ही पीर से मुंह फेर लें
#मुरीद_हकिकी
वो मुरीद जो दुनिया और दुनिया वालो में रहे और रिज्क ए हलाल कमाए, और अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में मेहनत व मशक्कत के वाबजूद #पीर को एक लम्हा भी ना भूले
दुख हो या सुख, फारिग हो या मसरूफ़, नमाज़ हो या वजाइफ अपने यार के तसब्बुर में डूबा रहे #मुर्शीद से किए हुए अहद( *वादा* ) को मुहब्बत व इखलास के साथ
पूरा करता रहे, ये ऐसा #मुरीद है जो मुराद को पहुंचता है। और फ़ैज़ पाता है।
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